अशोकभाई के परिजनों ने बताया कि वे आयुषी के कन्यादान की सोच-सोचकर भावुक हो रहे थे। आयुषी उनकी बहुत लाडली थी। रविवार को वे इसी के चलते देर रात तक नहीं सो पाए। कुछ देर बाद अशोकभाई को सांस लेने में दिक्कत हुई। उन्हें राजकोट के अस्पताल ले जाया जा रहा था, लेकिन बीच रास्ते में उन्होंने दम तोड़ दिया। आगे पढ़ें इसी घटना के बारे में...