परिवार के 4 लोगों का एकसाथ हुआ अंतिम संस्कार, पापा-दादी के बीच में बनी 2 मासूमों की चिता
वडोदरा (गुजरात). स्टैच्यू ऑफ यूनिटी देखकर घर लौट रहे एक ही परिवार के चार लोगों की मौत के बाद उनका एक साथ अंतिम संस्कर कर दिया गया। गुरुवार के दिन जब चारों की अर्थी नवापुरा इलाके से निकली तो देखने वालों की आंखें नम हो गईं। जहां एक तरफ पापा और दूसरी ओर दादी के साथ बीच में 2 छोटे बच्चों की चिता बनाई गई। बता दें, रविवार के दिन कल्पेश परमार कार से पत्नी तृप्ति, मां उषा बेन और बेटा-बेटी के साथ स्टैच्यू ऑफ यूनिटी देखने गए थे। लौटते वक्त रात के अंधेरे में उनकी कार केनाल नहर में जा गिरी। जिसमें पांचों की दर्दनाक मौत हो गई।
Asianet News Hindi | Published : Mar 7, 2020 6:47 AM IST / Updated: Mar 07 2020, 05:05 PM IST
बता दें, परमार परिवार वडोदरा शहर के नवापुरा का रहने वाला था। जब रविवार देर रात तक परिवार घर नहीं पहुंचा, तब दूसरे दिन कल्पेश के साले किरण ने केवड़िया थाने में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी।
गुरुवार के दिन जब वडोदरा शहर के नवापुरा इलाके में चारों की एक साथ अर्थी निकली तो हर चेहरा गमगीन था। लोगों का कहना था- पूरा परिवार हसमुख था। वो लोग हमेशा दूसरों की मदद करते थे।
परमार परिवार का शव घर पहुंचा तो शांत्वना देने वालों की भीड़ लग गई। हुजूम देखकर ऐसा लग रहा था, जैसे कोई बड़ा नेता या सेलिब्रिटी इस दुनिया से चला गया हो।
बता दें, साले की शिकायत के आधार पर पुलिस ने CCTV फुटेज खंगाले और लास्ट लोकेशन पता किया। आखिरी समय वो डभोई इलाके के एक होटल में खाना खाने के लिए रुके थे। पुलिस ने कल्पेश के मोबाइल की लास्ट लोकेशन चेक की तो यहां के नर्मदा केनाल के शंकरपुरा में ट्रेस हुई।
पुलिस ने कल्पेश की मोबाइल की लास्ट लोकेशन चेक की तो यहां के नर्मदा केनाल के शंकरपुरा में ट्रेस हुई।
पुलिस को केनाल नहर में एक कार दिखाई दी। इसके बाद फायर ब्रिगेड को मौके पर बुलाया गया। फिर क्रेन की मदद से कार निकाली गई। जिसमें कल्पेश परमार, मां उषा बेन और बेटा-बेटी के शव मिले। लेकिन कल्पेश की पत्नी तृप्ति की डेड बॉडी नहीं मिली।
काफी खोजबीन करने के बाद शुक्रवार के दिन कल्पेश की पत्नी तृप्ति का भी शव मिला गया।