सूरत. गुजरात में कोरोना की भयावह स्थिति है। महामारी की दूसरी लहर ने खतरनाक रूप ले लिया है। अहमदाबाद से लेकर गांधीनगर और राजकोट से लेकर बड़ोदरा के सभी बड़े अस्पतालों में ऑक्सीजन बेड फुल हो चुके हैं। वहीं सूरत में तो कोरोना इस कदर कहर बरपा रही है कि यहां रोजाना 100 से ज्यादा लोगों की मौत हो रही है। श्मशान घाटों में दिन-रात 24 घंटे अंतिम संस्कार किया जा रहा है। इसके बाद भी कई लोगों को अंतिम संस्कार करने के लिए घंटों इंतजार करना पड़ रहा है। आलम यह हो गया है कि चिताओं की गर्मी से भट्ठियों की चिमनियां तक पिघलने लगी हैं। इतना ही नहीं जिस दिन शव ज्यादा आ जाते हैं तो आसपास के शहरों में शव भेज दिए जाते हैं। पुराने विश्रामघाटों को भी फिर से चालू कर दिया गया है।