दरअसल, वडोदरा शहर की स्वाति सोसायटी में व्यवसायी नरेंद्र सोनी (68) का परिवार रहता था। जिसमें उनकी पत्नी दीप्ती, बेटा भाविन और बहू उर्वशी के साथ-साथ उनका 4 साल का पोता पार्थ और 17 साल की बेटी रिया शामिल हैं। इस पूरे सोनी परिवार के घर के मुखिया नरेंद्र सोनी थे, जिनकी कमाई से ही घर का खर्चा चलता था। वह इमिटेशन ज्वेलरी का व्यापार करते थे। लेकिन पिछले कुछ सालों से उनको घाटे पर घाटा लग रहा था। व्यापार को पटरी पर लाने के लिए उन्होंने पूरी जमा पूंजी लगा दी। लाखों रुपए कर्जा ले लिया फिर इसका ब्याज चुकाने के लिए घर बेचना पड़ा। आखिर में निराश होकर उन्होंने पूरे परिवार के साथ कोल्ड्रिंक के साथ कीटनाशक पीकर जान देने का फैसला कर लिया।