अहमदाबाद, गुजरात. कोरोना ने दुनिया को दो काल में बांट दिया है। पहला कोरोना के पहले की जीवनशैली और दूसरी इसके बाद की। जिंदगी में जैसा पहले कभी नहीं हुआ, वो कोरोना के कारण हो गया। पहले कहते थे कि किसी के सुख में शामिल हो न हो, लेकिन दु:ख में सम्मिलित अवश्य होना चाहिए। लेकिन कोरोना के कारण अब लोगों को आने से रोका जा रहा है। यह श्रद्धांजलि सभा सोशल मीडिया पर सुर्खियों में हैं। यहां के बापूनगर की इंडिया कॉलोनी में रहने वालीं पन्ना ठक्कर का पिछले दिनों निधन हो गया। परिजनों ने कोरोना के मद्देनजर श्रद्धांजलि देने एक सराहनीय कदम उठाया है। 22 अगस्त को इनकी टेलिफोनिक श्रद्धांजलि सभा रखी गई है। यानी लोग बिना आए टेलिफोन पर अपनी शोक संवेदना जता सकते हैं। इसके लिए शाम 5 से रात 8 बजे तक का समय निर्धारित किया गया है। बता दें कि इससे पहले 16 अगस्त को ड्राइव थ्रू शोकसभा रखी गई थी। यानी लोग गाड़ियों में बैठक पहुंचे और बिना उतरे तस्वीर पर फूल चढ़ाकर आगे बढ़ते गए। आगे पढ़िए इस सराहनीय पहल के बारे में..