मंत्रोच्चार हुआ, मंगल गीत गाए गए
वर के रूप में बछड़े का नाम शंखेस्वर है, जबकि वधू के रूप में बछिया का नाम चन्द्रमौली है। दोनों की शादी मंदिर में हुई। वहां मंडप तैयार किया गया। दोनों पक्ष के लोग उस मंडप में बैठे। मंगल गीत गाए गए। पंडित मंत्रोचार कर रहे थे।