पुणे/हजारीबाग. कबाड़ की जुगाड़ से बहुत कुछ बनाया जा सकता है। इन दो पिताओं ने देसी जुगाड़ से अपने बच्चों के लिए खिलौना कार बना दी। देसी जुगाड़ के इन आविष्कारों ने न सिर्फ 'मेड इन इंडिया' को बढ़ावा दिया, बल्कि चीनी खिलौनों के बहिष्कार को भी बल दिया। एक मामला पुणे से जुड़ा है, जबकि दूसरा झारखंड के हजाीबाग से। बता दें कि पिछले दिनों प्रधानमंत्री मोदी ने 'आत्मनिर्भर भारत' पर जोर दिया था। यानी इसमें चीनी खिलौनों के बजाय स्वेदशी खिलौनों तैयार करने की बात छुपी हुई थी। आइए जानते हैं इन पिताओं की कहानी, जिन्होंने बच्चों के लिए जुगाड़ से कारें बना दीं..