JNU प्रोटेस्ट के विरोध के बहाने यूजर्स ने दिखाई घटिया मानसिकता, शेयर कीं ऐसी-ऐसी तस्वीरें
नई दिल्ली. जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय स्टूडेंट यूनियन ने सोमवार को संसद मार्च किया। मार्च के देश की अलग-अलग यूनिवर्सिटीज़ ने भी सपोर्ट किया। अलग-अलग छात्र संगठनों ने भी मार्च का सपोर्ट किया जो विश्वविद्यालयों में फीस वृद्धि के खिलाफ थी। मार्च के दौरान स्टूडेंट्स के प्रोटेस्ट पर नियंत्रण के लिए हल्का बल प्रयोग भी किया गया। इस दौरान कुछ छात्रों के चोटिल होने की खबरें भी सामने आईं। वैसे सोशल मीडिया पर जेएनयू प्रोटेस्ट को लेकर कई हैशटैग ट्रेंड में रहे। कुछ हैशटैग पर लोगों ने छात्रों के प्रोटेस्ट का विरोध किया। हालांकि प्रोटेस्ट के विरोध को लेकर तमाम यूजर्स की प्रतिक्रियाएं बेहद शर्मनाक और घटिया थी। तमाम लोगों ने शर्मनाक तस्वीरों को साझा करते हुए जेएनयू को देश विरोधी करार ही दिया। अश्लील तस्वीरें साझा की और जेएनयू की तुलना रेड लाइट एरिया से कर डाली। हालांकि विरोध का ये तरीका सोशल मीडिया पर कुछ लोगों को बिलकुल पसंद नहीं आया और तमाम यूजर्स ने इसे घटिया मानसिकता करार दी।
Asianet News Hindi | Published : Nov 19, 2019 6:45 AM IST / Updated: Nov 19 2019, 12:56 PM IST
इस फोटो को शेयर करते हुए यूजर ने लिखा कि जेएनयू कचड़ों की फैक्ट्री है।
इन दो तस्वीरों को साझा करते हुए हुए यूजर ने लिखा, "और वह रूम रेंट के लिए 300 रुपये अफोर्ड नहीं कर सकती।"
जेएनयू के पूर्व प्रेसिडेंट कन्हैया कुमार की तस्वीर को साझा करते हुए लिखा, कि क्या सरकार एंटी इंडिया ग्रुप प्रोड्यूस करने के लिए जेएनयू को सभी सुविधाएं दे रही है। यूजर ने जेएनयू को बंद करने की मांग भी की।
कथित तौर पर एक प्रोटेस्टर की तस्वीर साझा कर यूजर ने निशाना साधा कि लड़की 12 हजार के फोन को अफोर्ड कर सकती है मगर यूनिवर्सिटी में हर महीने 10 रुपये हॉस्टल फीस नहीं दे पा रही है।
एक यूजर ने आरोप लगाया कि जेएनयू में पढ़ाई के अलावा सबकुछ होता है।
जेएनयू प्रोटेस्टर के तौर पर ये तस्वीर खूब शेयर की जा रही हैं।
कई यूजर्स ने छात्रों के विरोध के नाम पर शर्मनाक और व्यक्तिगत टिप्पणियां कराते नजर आए।
हालांकि जेएनयू प्रोटेस्ट को लेकर जो तस्वीरें साझा की जा रही हैं वो कहां की हैं, उनका संदर्भ क्या है ये अब तक पता नहीं चल पाया है।