तिरंगे में लिपटे पिता के शव को एकटक देखता रहा बेटा, पत्नी चीखते हुए बोली- आपने वादा तोड़ दिया
देहरादून (उत्तराखंड़). रविवार को जम्मू कश्मीर के कुपवाड़ा क्षेत्र में आतंकियों से मुठभेड़ में भारतीय सेना के 5 जवान शहीद हो गए थे। इन वीर सपूतों में उत्तराखंड के लाल हवलदार देवेंद्र सिंह राणा भी शामिल थे। मंगलवार को जब शहीद का पार्थिव शरीर गांव पहुंचा तो हर कोई रो पड़ा। बेटे के शव को इस तरह तिरंगे में लिपटे हुए पिता भूपाल सिंह ने देखा तो वह बेसुध हो गए। शहीद का 11 साल का बेटा अपने पिता के शव को एक टक देखता रहा।
Asianet News Hindi | Published : Apr 8, 2020 8:50 AM IST / Updated: Apr 08 2020, 02:44 PM IST
बता दें, मंगलवार को हवलदार देवेंद्र सिंह राणा का शव हेलीकॉप्टर से राज्य के चारधाम हेलीपैड पहुंचा था। जहां मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत और गढ़वाल सांसद तीरथ सिंह रावत ने सेना के अधिकारियों के साथ शहीद को श्रद्धांजलि अर्पित की। इसके बाद पार्थिव शरीर शहीद के पैतृक गांव तिनसोली पहुंचा। (तस्वीर में बिलखते हुए शहीद के परिजन)
तिरंगे में लिपटे शहीद का पार्थिव शरीर जैसे ही पत्नी विनीता देवी और मां कुंवरी देवी ने देखा वह चीख-चीखकर रोने लगीं। देखते ही देखते गांववालों की भीड़ जमा हो गई और पूरा गांव बिलख पड़ा।
मां और दादी को इस तरह बिलखता देख शहीद के बेटे रवींद्र और बेटी आंचल ने अपने परिवारवालों को संभाला। बेटी आंचल इस पूरे घटनाक्रम से वाकिफ थी। मां-दादी को समझाने के साथ-साथ वह भी रोने लगती थी। पत्नी बार-बार यही कह रही थी- आपने कल मुझे फोन करने का वाद किया था। लेकिन आपने उसको तोड़ दिया।
बता दें कि मंगलवार को हवलदार देवेंद्र सिंह राणा का शव हेलीकॉप्टर से राज्य के चारधाम हेलीपैड पहुंचा था।
किसी तरह सेना के जवानों ने परिवारों वालों को धीरज धराकर अंतिम संस्कार कराने के लिए जवान के पिता को तैयार किया। इस दौरान देवेंद्र सिंह राणा अमर रहे, जब तक सूरज-चांद रहेगा, देवेंद्र तेरा नाम रहेगा, के नारे लगते रहे। इस मौके पर सेना के 10 जवानों ने हवाई फायर कर अपने सैन्य साथी को अंतिम सलामी दी।