वहीं इस पूरे हादसे पर गाजियाबाद से मां वैष्णो के दर्शन करने पहुंचे एक श्रद्धालु ने बताया कि नए साल के मौके पर शाम से ही मंदिर में भारी संख्या में लोग जुटने लगे थे। कोरोना प्रोटोकॉल के सारे नियम टूट रहे थे। इसी बीच देर रात भवन में दर्शन के लिए पहुंचे कुछ लोगों में आपस में बहस हो गई थी, जिसके बाद वहां धक्का-मुक्की शुरू हो गई और देखते ही देखते हुए हालात बिगड़ने लगे।