दरअसल, हरिवंश राजनीति में आने से पहले पत्रकारिता पत्रकार के तौर पर पहचान बना चुके थे। उन्होंने अपने करियर की शुरूआत महज 500 रुपए महीने में मिलने वाले वेतन से शुरू किया था। लेकिन अब वह पिछले दो बार से राज्यसभा के उपसभापति चुने जा रहे हैं। बता दें कि हरिवंश मूल रूप से बलिया के सिताब दियारा गांव के रहने वाले हैं, जिनका परिवार आज भी खेती करता है।