कोरोना से जंगः अब छतरी से होगा सोशल डिस्टेंसिंग का पालन, केरल में अपनाया गया अनूठा तरीका

अलाप्पुझा. कोरोना वायरस के प्रसार को खत्म करने के लिए अभी तक कोई टिका नहीं बन पाया है। ऐसे में विशेषज्ञ इस महामारी से बचने के लिए एक ही उपाय सुझाते हैं, सामाजिक दूरी। वर्तमान में यह एक मात्र उपाय है जिससे संक्रमण से बचा जा सकता है। केंद्र से लेकर राज्य सरकार अपने नागरिकों से बार-बार सामाजिक दूरी बनाने की अपील कर रही है। यही कारण है कि देश एक महीने से लॉकडाउन में है। लेकिन फिर भी भारत में रोज नए पॉजेटिव केस सामने आ रहे हैं। कारण है लोगों का जाने अंजाने में सही से समाजिक दूरी को फॉलो ना करना। लेकिन केरल में सोशल डिस्टेंसिंग को फॉलो करने के लिए एक अनूठा तरीका अपनाया गया है। 

Asianet News Hindi | Published : Apr 27, 2020 11:45 PM IST / Updated: Apr 28 2020, 08:10 AM IST
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कोरोना से जंगः अब छतरी से होगा सोशल डिस्टेंसिंग का पालन, केरल में अपनाया गया अनूठा तरीका

केरल के अलाप्पुझा में थेनुर्मुकोम ग्राम पंचायत ने क्षेत्र में सामाजिक दूरियों को लागू रखने के लिए एक अनूठा तरीका अपनाया है। यहां के जिला प्रशासन ने वहां रहने वाले सभी लोगों को बाहर जाने पर छाता रखने का आदेश दिए हैं।

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राज्य के वित्त मंत्री थॉमस इसाक ने कहा, जब दो लोग खुले हुए छाते को लेकर चलते हैं तो इससे एक दूसरे के बीच एक मीटर की दूरी बन जाती है। 
 

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बतादें कि स्थानीय निकाय, ब्रेक चेन अंब्रेला प्रोजेक्ट के तहत निवासियों को कम से कम 10,000 छतरियां वितरित करेगा।
 

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इसके अलावा, मंत्री ने बताया कि छतरियों को रियायती दर पर वितरित किया जाएगा। 
 

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कोविड -19 पॉजिटिव केस की रिपोर्ट करने के बाद, थेनर्मुमकोम जिले के तीन हॉटस्पॉट में से एक है। 

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अभी राज्य में 87 हॉटस्पॉट हैं, जब कोट्टायम में कोल्लम और मनारक्क्कड़ से चटनन्नुरंड और शास्तमकोट्टा को रविवार को सूची में जोड़ा गया।

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इस बीच केरल में कोरोना मरीजों की संख्या बढ़कर रविवार को 468 हो गई। राज्य में स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, राज्य में मरने वालों की संख्या चार है, जबकि 342 मरीज अब तक बेहद संक्रामक बीमारी से उबर चुके हैं।
 

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