DTC बस में शुरू हुई थी दिल्ली की 3 बार CM रहीं शीला दीक्षित की LOVE STORY
नई दिल्ली. 20 जुलाई, 2019 को शीला दीक्षित हमारे बीच नहीं रही थीं। यह फरवरी दो मायने में शीला दीक्षित की बहुत याद दिलाएगी। पहला, वैलेंटाइन-डे पर शीला दीक्षित की लवस्टोरी फिर से याद की जाएगी। दूसरा, दिल्ली में किसकी सरकार बनेगी, उसे देखने शीला दीक्षित मौजूद नहीं है। खासकर उनके गुजरने के बाद दिल्ली में कांग्रेस की हालत बुरे दौर से गुजर रही है। दिल्ली की 3 बार मुख्यमंत्री रहीं शीला दीक्षित की प्रेम कहानी डीटीसी (Delhi Transport Corporation) बस से शुरू हुई थी। करीब 4 साल की दोस्ती के बाद शीला दीक्षित ने उत्तर प्रदेश के उन्नाव के रहने वाले विनोद दीक्षित से शादी कर ली थी। शीला दीक्षित खत्री फैमिली को बिलांग करती थीं। उन्होंने पहली बार उप्र के कन्नौज से 1984 में लोकसभा चुनाव लड़ा था। इसमें वे विजयी रही थीं। लेकिन पति की असमय मौत उन्हें दिल्ली की राजनीति में ले आई।
शीला के पति विनोद दीक्षित IAS अफसर थे। 1982 में असमय उनकी मौत हो गई थी। शीला पति विनोद और दोनों बच्चों के साथ ट्रेन में सफर कर रही थीं। इसी दौरान विनोद को हार्ट अटैक आया। इससे पहले कि उन्हें हॉस्पिटल पहुंचाया जाता, उनकी मौत हो गई थी।
मूलत: पंजाब के कपूरथला की रहने वालीं शीला दीक्षित की पूरी पढ़ाई-लिखाई दिल्ली से हुई। उन्होंने दिल्ली यूनिवर्सिटी के मिरांडा हाउस से ग्रेजुएशन किया था। इसी कॉलेज में विनोद दीक्षित ने भी एडमिशन लिया था। दोनों के बीच दोस्ती हुई और फिर करीब 4 साल बाद 11 जुलाई 1962 को उन्होंने शादी कर ली थी। शादी से पहले उनका नाम शीला कपूर था।
विनोद दीक्षित के पिता उमा शंकर स्वतंत्रता संग्राम सेनानी थे। वे पंडित नेहरू और इंदिरा गांधी के साथ कई आंदोलनों में शामिल रहे। उन्हें 1971 में इंदिरा गांधी ने अपनी सरकार में कैबिनेट मंत्री बनाया था।
बेटे के निधन के बाद उमाशंकर दीक्षित ने अपनी बहू शीला को राजनीति में उतारा। बता दें कि जो उमाशंकर दीक्षित इंदिरा गांधी मंत्रिमंडल में गृह मंत्री थे। इसके बाद उन्हें कर्नाटक और पश्चिम बंगाल का राज्यपाल भी बनाया गया था।
शीला दीक्षित को डांस और प्ले में विशेष रुचि रही थी। वे फिल्मों की भी शौकीन थीं। हालांकि वे हॉलीवुड की फिल्में ज्यादा पसंद करती थीं। उन्हें ग्रेगरी पैक और रॉक हडसन पसंद थे। शीला दीक्षित को कोल्ड कॉफी पीना पसंद था। वहीं खाने में पपीता, पास्ता, आलू-गोभी, एग टोस्ट आदि पसंद था।
शीला दीक्षित की बॉयोग्राफी सिटीजन दिल्ली: माई टाइम्स, माई लाइफ (CITIZEN DELHI: MY TIMES, MY LIFE) में उनकी प्रेम कहानी के बारे में विस्तार से बताया गया है। इसमें लिखा है कि विनोद उम्दा क्रिकेटर थे। दोनों अपने किसी मित्र के प्रेम विवाह के गवाह बने थे। इस प्रेम विवाह मे काफी अड़चने थीं। शीला और विनोद ने उसे सुलझाने में मदद की थी। इसी दौरान दोनों एक-दूसरे को करीब आए और प्यार हुआ। विनोद दीक्षित अक्खड़पन के लिए जाने जाते थे। लिहाजा शुरू में शीला दीक्षित उन्हें पसंद नहीं करती थीं। तस्वीर- शीला (गहरे रंग की साड़ी में) अपनी बहनों और कज़न के साथ।
शीला और विनोद की पहली मुलाकात DTC की 10 नंबर बस में हुई थी। दोनो अपने-अपने घ फिरोज शाह रोड जाने के लिए एक ही बस में बैठते थे। शीला ने अपनी बॉयोग्राफी में लिखा कि विनोद ने मुझे प्रपोज किया, मैं मां से कहने जा रहा हूं कि मुझे वो लड़की मिल गई है जिससे मुझे शादी करनी है।
हालांकि शीला और विनोद की शादी में भी पारिवारिक अड़चनें आई थीं। विनोद IAS एग्जाम में 9वें स्थान पर आए थे। उन्हें यूपी कैडर मिला था। यह उनके परिवार के लिए एक बड़ी उपलब्धि थी। दूसरा शीला दीक्षित दूसरे समाज से थीं। इसलिए शादी में दिक्कत आ रही थी। हालांकि बाद में उन्होंने अपने परिवार को मना लिया।
शीला दीक्षित के परिवार में उके बेटे संदीप दीक्षित हैं। वे सांसद रहे हैं। वहीं एक बेटी लतिका है।( मनमोहन सिंह और दिलीप कुमार के साथ शीला दीक्षित)
यह तस्वीर लोकसभा चुनाव 2019 के दौरान की है। इसमें शीला दीक्षित ने प्रियंका गांधी के साथ रोड शो किया था।