शिमला, हिमाचल. मुश्किल कुछ भी नहीं है, बस कोशिशें सही दिशा में होनी चाहिए। कोरोना काल में रोजगार एक बड़ी समस्या बनकर सामने आई है। हालांकि प्रधानमंत्री ने युवाओं को आत्मनिर्भर होने की सलाह दी है। शिमला की गौतमी श्रीवास्तव अपने सहयोगी सिद्धार्थ लखनपाल के साथ मिलकर एक बुरांश नाम से स्टार्टअप चला रही हैं। इसके तहत वे स्वयंसेवी संस्थाओं से अचार-पापड़ आदि चीजें लेकर लोगों को ऑनलाइन उपलब्ध करा रही हैं। पिछले दिनों जब इन्होंने एक मेले में अपना स्टॉल लगाया, तो 15 दिनों में 1 लाख रुपए की कमाई हुई। गौतमी बताती हैं कि यह सिर्फ एक उदाहरण है। उनके स्टार्टआप का टर्न ओवर धीरे-धीरे लाखों में होता जा रहा है। गौतमी और सिद्धार्थ दोनों ने अपनी हायर एजुकेशन विदेशों से पूरी की। इसके बाद भारत में कई बड़ी कंपनियों में जॉब की। लेकिन उनका मन खुद का कुछ करने का था। इनके स्टार्टअप से अभी 7 स्वयंसेवी संस्थाएं जुड़ी हैं। पिछले दिनों इन्होंने अपने उत्पादों को लेकर हरियाणा के सूरजकुंड में आयोजित मेले में स्टॉल लगाया था। यहां उन्हें काफी लोकप्रियता मिली। गौतमी बताती हैं कि लॉकडाउन में उन्हें अपने उत्पाद ऑनलाइन बेचना शुरू किए हैं।