बता दें कि खुशबू सुंदर कई पार्टियों से जुड़ी रही हैं। वह 2010 में डीएमके में शामिल हुई थीं, तब डीएमके सत्ता में थी। हालांकि, चार साल बाद जब खुशबू सुंदर ने डीएमके छोड़ी, तो कहा था कि डीएमके के लिए कड़ी मेहनत एक तरफा रास्ता था। उसी साल 2014 में खुशबू, सोनिया गांधी से मिलने के बाद कांग्रेस में शामिल हो गई थी। उन्होंने 2014 में लोकसभा चुनाव लड़ा था। हालांकि, इसमें उन्हें हार का सामना करना पड़ा था।