प्यार हासिल करने लड़की बनी लड़का और लड़का बन गया लड़की
कोलकाता के एक ट्रांसजेंडर कपल ने आखिकार मैरिज कर ली। तीस्ता और दीपन नामक इस कपल ने 4 महीने पहले यानी 15 अप्रैल को 'नेशनल ट्रांसजेंडर डे ऑफ विजिबिलिटी' पर शादी करने की घोषणा की थी। दीपन सेक्स चेंज कराने से पहले लड़की थे, जबकि तीस्ता लड़का। यह शादी अगरपारा के महाजति इलाक में एक किराए के हॉल में हुई। शादी का रिसेप्शन बुधवार को उनके मकान मालिक आयोजित कर रहे हैं।
38 वर्षीय तीस्ता दास का जन्म अगरपारा में हुआ था। 15 साल पहले सेक्स चेंज कराकर वे लड़की बने थे। इससे पहले लोग उन्हें सुसांतो के नाम से पुकारते थे। दीपन का जन्म लुमडिंग में हुआ था। सेक्स चेंज कराने से पहले उनका नाम दीपन्निता था। दीपन और तीस्ता की मैरिज की रस्में 21 जुलाई से शुरू हुई थीं। हालांकि मैरिज का रजिस्ट्रेशन थोड़ा लेट हुआ।
दीपन और तीस्ता की शादी बंगाली रीति-रिवाज से हुई। पश्चिमी बंगाल की यह पहली ट्रांसजेंडर शादी है। तीस्ता ने लाल रंग की बनारसी साड़ी पहनी थी। शादी के बाद तीस्ता ने कहा कि प्रेम का कोई लिंग नहीं होता। तीस्ता की दोस्त और ट्रांसवुमन श्रेया ने तीस्ता की हिम्मत को सलाम किया। उन्होंने कहा कि ऐसा साहस हर कोई नहीं कर पाता।
यह शादी पंडित बिस्वजीत मुखर्जी ने कराई। उन्होंने खुशी जताते हुए कहा कि वे इस शादी का हिस्सा बने, अच्छा लगा। हालांकि दीपन ने अपने परिवार को शादी में नहीं बुलाया था। हालांकि तीस्ता की मां शुभ्रा शादी में जरूर पहुंचीं। उन्होंने कहा कि वे अपने बच्चों का हमेशा सपोर्ट करेंगी।
कौन होते हैं ट्रांसजेंडर: इसे दो तरह से कहा जाता है। ट्रांस महिला उसे कहते हैं, जो जन्म तो पुरुष के रूप में लेती है, लेकिन अपनी पहचान एक महिला के तौर पर बनाती है। ट्रांस पुरुष इसके ठीक उलट होता है।
ट्रांसजेंडर बिल पास: इसी सोमवार को लोकसभा में ट्रांसजेंडरों से जुड़ा एक विधेयक पारित किया गया है। इसका मकसद ट्रांसजेंडरों को समाज की मुख्यधारा में लाना और उनके अधिकारों की रक्षा करना है। यह बिल 19 जुलाई को पेश किया गया था।