जबलपुर, मध्य प्रदेश. वंदना अग्रवाल और उनकी ननद डॉ. मोनिका अग्रवाल ने 12 साल के अंदर अपना काम-धंधा ऐसा जमाया कि आज इनका सालाना टर्न ओवर करीब 2 करोड़ रुपए है। भाभी-ननद मिलकर डेयरी चलाती हैं। उनकी डेयरी टोटली हाईटेक है। डिलीवरी, पेमेंट से लेकर मेंटेनेंस तक सभी हाईटेक है। ये 400 घरों तक दूध और पनीर, खोया आदि की डिमांड पूरी करती हैं। 44 वर्षीय वंदना एनवायरमेंटल साइंस से मास्टर्स हैं। वहीं, 36 वर्षीय मोनिका वेटनरी डॉक्टर।
बात 2008 की है। वंदना के बेटे की तबीयत खराब हुई। डॉक्टर ने दूध पिलाने को कहा। लेकिन यह भी हिदायत दी कि बाहर के मिलावटी या दूषित दूध से बचना है। लिहाजा उनके भाई ने एक भैंस खरीद ली। यही से उनके दिमाग में डेयरी डालने का आइडिया आया। आज इनके पास 200 से ज्यादा भैसें हैं। वहीं, 10-12 गायें। इनकी डेयरी से 25 लोगों को रोजगार भी मिला है। इन्होंने 24K milk नाम से एक ऐप भी बनाया है। इसके जरिये आप ऑनलाइन प्रोडक्ट्स मंगा सकते हैं।
आगे पढ़ें...मजदूरी करके घर चलाती थी यह महिला, 3 साल पहले 4000 की एक मशीन ने बदल दी किस्मत