कोरोना वायरस से ऐसी मची खलबली 'डर' के चलते घर बैठा दिए गए द ग्रेट खली..मिला एक मैसेज..अब मत आइए यहां
मंडी, हिमाचल प्रदेश. द ग्रेट खली की प्रोफेशनल लाइफ में भी कोरोना वायरस का डर घर कर गया है। उन्हें अपना एक महत्वपूर्ण दौरा रद्द करके घर बैठना पड़ा है। बता दें कि 4 मार्च से हिमाचल प्रदेश के मंडी में 'नेशनल रेसलिंग टूर्नामेंट' शुरू हुआ है। दलीप सिंह राणा उर्फ द ग्रेट खली को यहां बतौर चीफ गेस्ट बुलाया गया था। लेकिन ऐन मौके पर उन्हें यहां न आने की सलाह दी गई है। हालांकि हिमाचल में कोरोना वायरस का कोई मामला सामने नहीं आया है, फिर भी ऐहतियात के तौर पर खली को आने से मना कर दिया गया। हिमाचल प्रदेश कुश्ती संघ के अध्यक्ष चंद्रमोहन शर्मा ने बताया कि द ग्रेट खली का दौरा रद्द करना पड़ा है। फिल्म अभिनेत्री कंगना रनौत भी यहां आने वाले थीं। अब वे भी नहीं आएंगी।
हिमाचल प्रदेश के सिरमौर जिले के एक गांव घिरईना के रहने वाले हैं दलीप सिंह राणा उर्फ द ग्रेट खली। इनका जन्म 27 अगस्त, 1972 को हुआ था। WWE में प्रोफेशनल रेसलर बनने से पहले खली पंजाब पुलिस में नौकरी करते थे। खली कुल 7 भाई-बहन हैं।
खली एक किसान परिवार से ताल्लुक रखते हैं। उनका परिवार बेहद गरीब स्थिति में रहा है। एक वक्त ऐसा भी था, जब खली को अपने भाइयों के साथ मजदूरी करनी पड़ी। आज भले खली को अंतरराष्ट्रीय पहचान मिली हुई है, लेकिन एक समय में वे सड़कों पर पत्थर तोड़ते थे।
खली की कदकाठी ऐसी थी कि गांववाले उनसे भारी-भरकम चीजें उठवाने में मदद लिया करते थे। खली पंजाब पुलिस में एएसआई के पद पर सिलेक्ट हुए थे। खली की लाइफ को बदलने में उनके दोस्त अमित स्वामी का सबसे बड़ा हाथ रहा है। खली अमित के साथ ही दिल्ली के इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर अपने फेवरेट रेसलर डोरियन येट्स से मिल पाए थे। येट्स के सुझाव पर ही खली ने जापान का रुख किया था।
द ग्रेट खली ने 2006 में वर्ल्ड रेसलिंग में पहला कदम रखा था। खली ने अपनी पहली फाइट 7 अप्रैल 2006 को की थी। 7 फुट 3 इंच लंबे खली ने एक के बाद एक कई नामी पहलवानों को धूल चटा दी थी। इसके बाद के 2 साल में खली दुनियाभर में फेमस हो गए थे।
खली ने वर्ष 2005 की हॉलीवुड फिल्म 'द लॉन्गेस्ट यार्ड', 'गेट स्मार्ट' , 'मैकग्रबर' जैसी फिल्मों में अभिनय किया था। वहीं, बॉलीवुड फिल्म 'कुश्ती' और 'रामा द सेवियर' में भी वे नजर आए थे। खली हर तरह के नशे से दूर हैं।