हिमाचल में तीन तलाक का पहला केस: पढ़िए महिला की दर्दभरी कहानी, रहने को छत नहीं दर-दर भटक रही..सब खत्म

Published : Jan 18, 2021, 09:19 AM ISTUpdated : Jan 18, 2021, 09:26 AM IST

शिमला. देश में भले ही मुस्लिम महिला (विवाह अधिकार संरक्षण) अधिनियम 2019 बनाकर तीन तलाक पर प्रतिबंध लगाने का कानून बन गया है। लेकिन इसे तोड़ने वालों को इसका कोई खौफ नहीं है। जिसके चलते तीन तलाक के मामले सामने आ रहे हैं। इसी बीच हिमाचल प्रदेश में तीन तलाक का पहला मामला सामने आया है। जहां पर तीन बार 'तलाक तलाक तलाक' बोलकर पत्नी को घर से निकाल दिया। 

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हिमाचल में तीन तलाक का पहला केस: पढ़िए महिला की दर्दभरी कहानी, रहने को छत नहीं दर-दर भटक रही..सब खत्म

आरोपी पति खुद पेशे से एक वकील है
दरअसल, यह मामला राजधानी शिमला में शनिवार को सामने आया है। जहां शगुफता खान नाम की महिला घर से निकालने के बाद एक मस्जिद में रहने को मजबूर हो गई है। पीड़िता ने अपने पति पर तीन तलाक को लेकर पुलिस में मामला दर्ज करवाया है और इंसाफ की गुहार लगाई है। बता दें कि यहां आरोपी पति खुद पेशे से एक वकील है।

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महिला ने रोते हुए मीडिया को बताई दर्दभरी कहानी
पीड़ित महिला ने मीडिया से बात करते हुए अपनी दर्दभरी कहानी बयां की। महिला ने कहा कि उसका निकाह आज से 24 साल पहले हुआ था। शादी के कुछ समय के बाद से ही उनके पति ने उनसे मारपीट करनी शुरू कर दी थी। जिसे मैं सब चुपचाप सहन करती रही, इस बीच 19 दिसंबर, 2020 को उनके पति ने उनके साथ मारपीट की और उनपर अत्याचार किया। इससे दुखी होकर में कुछ दिनों के लिए दिल्ली रहने के लिए चली गई। लेकिन जब लौटकर आई तो उन्होंने घर के अंदर किसी अन्य महिला को देखा। जब पीड़िता ने इस बारे में पूछा तो उसके साथ पहले जमकर मारपीट की फिर गलत व्यवहार करते हुए गाली ग्लौज करने लगा। साथ ही तीन बार तलाक बोलकर उसे घर से बाहर निकाल दिया।

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कई सालों से सहन कर रही थी पति के जुल्म
महिला ने कहा कि वह पढ़ी लिखी न होने के चलते कई सालों से पति के द्वारा की जा रही यातनाओं से मानसिक रूप से प्रताडि़त हो रही थी। लेकिन अब वो समझौता नहीं करना चाहती है, अपने पति के खिलाफ  कड़ी से कड़ी कार्रवाई करने की गुहार लगाती हूं। मैं चाहती हूं कि कल और कोई अन्य महिला इस मामले की शिकार ना हो।

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इंसाफ के लिए दर-दरभटक रही है पीड़िता
बता दें कि महिला को सिर छिपाने के लिए जब कोई घर नहीं मिला तो उसने मस्जिद को अपना आशियाना बना लिया। आलम यह कि पीड़िता दर-दर भटट रही है। उनकी सहायता करने वाला कोई नहीं है। पति ने उनके बच्चों को भी उनसे दूर कर दिया है। इतना ही नहीं महिला ने यह भी आरोप लगाए हैं कि पति ने एक डॉक्टर के साथ मिलकर उन्हें मानसिक रूप से अस्वस्थ बता दिया है। शिमला के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक प्रवीर ठाकुर ने विवाह अधिकार संरक्षण के तहत आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है।

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