8 माह की बेटी और पत्नी को पहाड़ों में बिलखता छोड़...अलविदा कह गया जवान, बुजुर्ग मां बाप भी चीख रहे
देहरादून (उत्तराखंड). जम्मू-कश्मीर के पुलवामा जिले के अवंतीपोरा मंगलवार के दिन एक दुखद खबर आई। जहां भारतीय सेना और आतंकियों के बीच जारी मुठभेड़ में देवभूमि का वीर सपूत राहुल रैंसवाल शहीद हो गया। जैसे ही परिवार वालों ने अपने बेटे की शहादत की खबर सुनी तो मातम पसर गया। जवान की पत्नी अपने भाई की शादी की तैयारी कर रही थी। वह अपने मायके मरेठ गई हुई थी। बता दें कि राहुल भी अपने साल की शादी में आने वाला था। लेकिन बीच खबर आ गई कि उसके पति देश की रक्षा करते-करते शहद हो गए। वह सबकुछ छोड़छाड़ मेरठ से चंपावत को रवाना हो गईं। शहीद अपने पीछे एक आठ महीने की छोटी सी बच्ची को भी छोड़ कर गया है। जानकारी के मुताबिक दो साल पहले ही उनकी शादी हुई थी।
Asianet News Hindi | Published : Jan 22, 2020 11:47 AM IST / Updated: Jan 22 2020, 05:44 PM IST
राहुल की शहादत ने हंसते-खेलते परिवार को नजर लगा दी। पत्नी बार-बार यही कह रही है कि आपने तो आपने तो अपने साले की शादी में आने का वादा किया था। लेकिन आप तो मुझको ही छोड़कर चले गए। आपने वादे के साथ जिंदगी के सारे सपने तोड़ दिए। जानकारी के मुताबिक दो साल पहले ही उनकी शादी हुई थी।
शहीद राहुल रैंसवाल के पिता वीरेंद्र सिंह रैंसवाल पत्नी हरू देवी के साथ चंपावत के कनलगांव में रहते हैं। शहादत की खबर से परिवार में कोहराम मचा हुआ है। पड़ोसी शहीद के परिजनों को ढाढस बंधा रहे हैं।
शहीद राहुल रैंसवाल के पिता वीरेंद्र सिंह रैंसवाल पत्नी हरू देवी के साथ चंपावत के कनलगांव में रहते हैं। शहादत की खबर से परिवार में कोहराम मचा हुआ है। पड़ोसी शहीद के परिजनों को ढाढस बंधा रहे हैं।
राहुल 2012 में फौज में भर्ती हुआ था। शहीद के बड़े भाई राजेश रैंसवाल भी 2009 से सेना में है। इस वक्त वह लखनऊ में तैनात है। राहुल के दादा भी फौज में ही थे। जबकि राहुल के पिता भी भारतीय सेना से रिटायर्ड है। राजेश रैंसवाल का परिवार भी उनके साथ लखनऊ में रहता है और वह भी घर के लिए रवाना हो गए हैं।
राहुल रैंसवाल की मौत पर उत्तराखंड सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने शोक जताया है। सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने ट्वीट कर कहा कि अवंतीपुरा में आतंकियों से मुठभेड़ में उत्तराखंड के सपूत राहुल रैन्सवाल ने देश के लिए सर्वोच्च बलिदान दिया है। राहुल की शहादत को कोटि कोटि नमन करता हूं। ईश्वर से प्रार्थना है कि उनके परिजनों को इस दुःख से उबरने की शक्ति प्रदान करें। सरकार शहीद के परिजनों के साथ हर समय ख