Published : May 07, 2020, 01:34 PM ISTUpdated : May 07, 2020, 01:38 PM IST
विशाखापट्नम, आंध्र प्रदेश. यहां हुए केमिकल गैस रिसाव के बाद मची अफरा-तफरी ने भोपाल गैस त्रासदी की वो भयानक घटना याद दिला दी। उल्लेखनीय है कि भोपाल में भी 1894 में केमिकल गैस रिसाव से ऐसी ही भगदड़ मची थी। हालांकि भोपाल कांड इससे बड़ा हादसा था, लेकिन मंजर एक-से थे। बता दें कि गुरुवार तड़के यहां एक निजी फर्म से रिसी केमिकल गैस ने दिल दहलाने वाला मंजर पैदा कर दिया। गैस रिसने की खबर लगने पर लोग जान बचाकर भागने लगे। हादसे में अब तक 8 लोगों की मौत की खबर है। वहीं, 5000 से ज्यादा लोग बीमार हैं। इस मामले में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी गृहमंत्रालय और अन्य सीनियर अफसरों से बात करके हालात का जायजा लिया। केंद्रीय गृह राज्य मंत्री जी किशन रेड्डी ने कहा कि उन्होंने आंध्र प्रदेश के मुख्य सचिव और डीजीपी से बात की है। पीड़ितों की हर संभव मदद की जाएगी। आगे देखिए हादसे के दौरान और बाद की कुछ तस्वीरें...
यह हादसा विशाखापट्टनम स्थित एलजी पॉलिमर (LG Polymers Industry) इंडस्ट्री में गुरुवार तड़के हुआ। गैस का असर प्लांट के करीब 3 किमी के दायरे में देखा गया। हादसे का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि लोग भागते हुए सड़क पर बेहोश होकर गिर पड़े।
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बेहोश बच्चे को गोद में लेकर अस्पताल भागता उसका परिजन। ऐसी ही तस्वीरें भोपाल गैस कांड के दौरान सामने आई थीं।
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बुजुर्ग महिलाएं भाग नहीं पाईं और वे वहीं बेहोश होकर गिर पड़ीं।
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कई लोग भागते हुए बेहोश होकर गिर पड़े। उन्हें दूसरे लोगों ने अस्पताल पहुंचाया।
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बच्चों पर केमिकल गैस का ज्यादा असर देखा गया।
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केमिकल गैस के असर से इस तरह बेहोश होकर गिर पड़े लोग।
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बेहोश लोगों को ऐसे उठाकर अस्पताल पहुंचाना पड़ा।
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केमिकल गैस के असर से पीड़ित एक बुजुर्ग को एम्बुलेंस के जरिये अस्पताल भेजा गया।
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गैस का असर बच्चों पर ज्यादा देखा गया। बच्चे गैस के असर और भगदड़ देखकर रोने लगे थे।
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गैर लीक होते ही अफरा-तफरी मच गई। बेहोश हुए लोगों को उनके साथी कंधे पर उठाकर हॉस्पिटल की ओर भागे।
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घायलों को हॉस्पिटल ले जाते उनके सहयोगी।
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घटना के बाद मौके पर पुलिस पहुंची और पीड़ितों को हॉस्पिटल पहुंचाया गया। घटनास्थल पर एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें भी मौजूद हैं।
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सड़कों पर गैस पीड़ितों की भीड़ देखी गई।
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कुछ तस्वीरें ऐसी भी सामने आई हैं ,जिनमें लोग नाले में पड़े देखे गए। गैस के असर से लोगों को सांस लेने में तकलीफ होने लगी थी। वहीं, आंखें भी जलने लगी थीं।
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केमिकल गैस का मासूम बच्चों पर खासा असर देखने को मिला है।
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गैस पीड़ितों से भर गए शहरभर के अस्पताल।
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गैस का असर जानवरों पर भी देखा गया।
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हादसा विशाखापट्टनम स्थित एलजी पॉलिमर (LG Polymers Industry) इंडस्ट्री में गुरुवार तड़के हुआ।