विशाखापट्नम, आंध्र प्रदेश. गुरुवार तड़के यहां एक निजी फर्म से रिसी केमिकल गैस ने दिल दहलाने वाला मंजर पैदा कर दिया। गैस रिसने की खबर लगने पर लोग जान बचाकर भागने लगे। हादसे में अब तक 8 लोगों की मौत की खबर है। वहीं, 5000 से ज्यादा लोग बीमार हैं। हादसे का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि लोग भागते हुए सड़क पर बेहोश होकर गिर पड़े। कुछ तस्वीरें ऐसी भी सामने आई हैं ,जिनमें लोग नाले में पड़े देखे गए। गैस के असर से लोगों को सांस लेने में तकलीफ होने लगी थी। वहीं, आंखें भी जलने लगी थीं। इस मामले में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी गृहमंत्रालय और अन्य सीनियर अफसरों से बात करके हालात का जायजा लिया। केंद्रीय गृह राज्य मंत्री जी किशन रेड्डी ने कहा कि उन्होंने आंध्र प्रदेश के मुख्य सचिव और डीजीपी से बात की है। पीड़ितों की हर संभव मदद की जाएगी। आगे देखें हादसे के दौरान और बाद की कुछ तस्वीरें
गैर लीक होते ही अफरा-तफरी मच गई। बेहोश हुए लोगों को उनके साथी कंधे पर उठाकर हॉस्पिटल की ओर भागे।
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कई लोग भागते हुए बेहोश होकर गिर पड़े। उन्हें दूसरे लोगों ने अस्पताल पहुंचाया।
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यह हादसा विशाखापट्टनम स्थित एलजी पॉलिमर (LG Polymers Industry) इंडस्ट्री में गुरुवार तड़के हुआ। गैस का असर प्लांट के करीब 3 किमी के दायरे में देखा गया।
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घटना के बाद मौके पर पुलिस पहुंची और पीड़ितों को हॉस्पिटल पहुंचाया गया। घटनास्थल पर एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें भी मौजूद हैं।
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गैस के असर से भागते कई लोग नालों में गिर पड़े। फिर उठ तक नहीं पाए। उन्हें निकालकर हॉस्पिटल ले जाया गया।
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घटना की खबर लगते ही विशाखापट्टनम कलेक्टर वी विनय चंद भी मौके पर पहुंचे। यह तस्वीर हॉस्पिटल में भर्ती बच्चों की है।
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गैस का असर बच्चों पर ज्यादा देखा गया। बच्चे गैस के असर और भगदड़ देखकर रोने लगे थे।