क्या कर रही है ममता बनर्जी की पुलिस? लॉकडाउन है, लेकिन ये सब देखकर नहीं होता यकीन
कोलकाता. कोरोना वायरस का कहर पूरे देश में लगातार बढ़ता जा रहा है। भारत में अब तक इस महामारी के 7600 से ज्यादा मामले सामने आ चुके हैं और 249 लोगों की मौत भी हो चुकी है। इसके बाद भी कुछ जगहों पर लोग सरकार के निर्देशों का पालन नहीं कर रहे हैं और मौत को दावत देने का काम कर रहे हैं। पश्चिम बंगाल में भी कुछ ऐसा ही हो रहा है। देश के प्रधानमंत्री ने पूरे देश को 14 अप्रैल तक के लिए लॉकडाउन कर दिया है, पर यहां कई लोग इस लॉकडाउन का पालन नहीं कर रहे हैं। यहां की सड़कों में अभी भी भीड़ दिखाई दे रही है, जिसके जरिए कोरोना तेजी से पूरे देश में फैल सकता है और अगर ऐसा होता है तो यह सरकार के लिए नई चुनौती लेकर आएगा। यहां की सड़कों में दिख रही भीड़ प्रशासन और पुलिस के रवैये पर सवाल खड़े करती है, जो लोगों को घरों के अंदर नहीं रख पा रहे हैं।
यह नजारा पश्चिम बंगाल के कूच बिहार का है, जहां लोग आम दिनों की तरह सड़कों पर घूम रहे हैं। ऐसी लापरवाही से भारत में भी अमेरिका जैसे हालात बन सकते हैं।
पश्चिमबंगाल में लॉकडाउन के उल्लंघन का यह कोई पहला मामला नहीं है। इससे पहले भी यहां लॉकडाउन का उल्लंघन होता रहा है।
पश्चिम बंगाल में कोरोना से संक्रमित लोगों की संख्या 116 पहुंच चुकी है, पर अभी भी लोग यहां सुधरने को तैयार नहीं हैं।
यहां प्रशासन भी लॉकडाउन का पालन कराने में सख्ती नहीं दिखा रहा है और लोग आसानी से सड़कों पर घूम रहे हैं।
देश में कोरोना से संक्रमित लोगों की संख्या 7 हजार के पार जा चुकी है। इसके बाद भी पश्चिम बंगाल में लॉकडाउन का पालन नहीं हो रहा है।
कोरोना वायरस का इलाज अभी तक खोजा नहीं गया है और इसके संक्रमण को रोकना ही इससे बचाव का एकमात्र तरीका है।
इससे पहले भी पश्चिम बंगाल से प्रशासन की लापरवाही सामने आई थी, जब गरीब परिवारों के राशन कार्ड गांव के मुखिया के पास गिरवी पाए गए थे। यह प्रथा वहां सालों से चली आ रही थी।
देश में जिन राज्यों में लॉकडाउन का सख्ती से पालन किया जा रहा है. वहां सड़कों पर पुलिस के अलावा कोई आम इंसान नजर नहीं आ रहा है।
पश्चिम बंगाल में लॉकडाउन के समय भी सड़कों पर कोई पुलिस नहीं दिख रही है और लोग बिना किसी चिंता के सड़कों पर घूम रहे हैं।
पश्चिम बंगाल की सरकार इससे पहले भी नागरिकता कानून के मुद्दे पर सरकार का विरोध कर चुकी है, पर इस महामारी से लड़ने के लिए पूरे देश को साथ आने की जरूरत है।