लॉकडाउन में टूटा मुसीबत का पहाड़, तो 2 बहनों और पिता का पेट भरने साइकिल पर पापड़ बेचने निकल पड़ा मासूम

Published : Sep 17, 2020, 05:43 PM IST

अमृतसर, पंजाब. लॉकडाउन ने लाखों लोगों की आजीविका प्रभावित की है। 13 साल के मनप्रीत के परिवार पर भी लॉकडाउन मुसीबत बनकर टूट पड़ा। मां पहले ही चल बसी थी। घर में दो बड़ी, किंतु नाबालिग बहनें हैं। पिता पहले प्राइवेट नौकरी करते थे। जैसे-तैसे घर चल रहा था, लेकिन सब खुश थे। तीनों बच्चे पढ़ रहे थे। लेकिन लॉकडाउन में पिता की नौकरी जाती रही। इसके बाद वे ठेले पर सब्जी बेचने लगे। एक दिन अचानक उनकी तबीयत बिगड़ी और उन्होंने बिस्तर पकड़ लिया। मनप्रीत के लिए यह एक बड़ा सदमा था। लेकिन उसने हिम्मत नहीं हारी और साइकिल पर पापड़ बेचने निकल पड़ा। बच्चे की कमाई से परिवार को खाना नसीब हो रहा था। बच्चे कहानी जब पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह तक पहुंची, तो उन्होंने मनप्रीत को वीडियो कॉल किया। उसका हौसला देखकर कैप्टन भावुक हो उठे। उन्होंने फौरन परिवार के लिए 5 लाख रुपए देने का ऐलान कर दिया। यह रकम फिक्स्ड डिपॉजिट में जाएगी। इससे मिलने वाले ब्याज से परिवार को थोड़ी-बहुत हेल्प मिलेगी। पढ़िए एक इमोशनल कहानी...

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लॉकडाउन में टूटा मुसीबत का पहाड़, तो 2 बहनों और पिता का पेट भरने साइकिल पर पापड़ बेचने निकल पड़ा मासूम

मनप्रीत बुझे मन से नहीं, बल्कि पूरे जोश के साथ साइकिल पर पापड़-बड़ियां, गोल-गप्पे आदि चीजें लेकर गली-गली बेचने जाता है।
 

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मनप्रीत नवां कोट में रहता है। वो खजाना गेट के एक प्राइवेट स्कूल में 7वीं क्लास का स्टूडेंट है। अभी स्कूल बंद है, इसलिए मनप्रीत को कोई दिक्कत नहीं होती। मनप्रीत की बड़ी बहन जसप्रीत 10वीं पढ़ती है, जबकि बीच वाली इंद्रप्रीत 8वीं में। मनप्रीत घर पर ही सारी चीजों की पैकिंग करता है। इस काम में उसकी बहनें हाथ बंटाती हैं।

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मनप्रीत को कई बार लोग दया दिखाकर पैसे देने की कोशिश करते हैं, लेकिन वो साफ मना कर देता है। एक बार किसी कारवाले ने मनप्रीत को बिना चीजें लिए पैसे देने की कोशिश की। जब उसने नहीं लिए, तो वो बड़ा प्रभावित हुआ। उसने मनप्रीत का वीडियो बनाया और सोशल मीडिया पर वायरल किया। यही वीडियो सीएम तक पहुंचा।

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मनप्रीत बड़ा होकर पुलिस में जाना चाहता है। डीसी गुरप्रीत ने बताया कि जल्द उसके खाते में 5 लाख रुपए फिक्स डिपॉजिट करा दिए जाएंगे।

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चौगांव टू प्राइमरी स्कूल की टीचर नवप्रीत कौर ने बताया कि तीनों बच्चों का इस स्कूल में एडमिशन कराया जा रहा है। उनका आधार कार्ड भी बनवाया जा रहा है, ताकि उन्हें सरकारी सुविधाएं मिल सकें। मनप्रीत जिस मकान में रहता है, उसकी छत कमजोर हो गई थी। पिछले दिनों नूरपुरी कीर्तन प्रोमोशन सर्विस सोसायटी की तरफ से उसे दुरुस्त करा दिया गया।

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