दरअसल, डॉक्टर सुनीता कंबोज फाजिल्का सिविल अस्पताल में अपनी सेवाएं दे रही हैं। बता दें कि वह 7 माह की गर्भवती होने पर भी रोज 60 किमी. दूर जलालाबाद से फाजिल्का आती रहीं। इतना ही नहीं वह कई बार रात के 12 बजे तक घर लौंटती हैं। क्योंकि उनके लिए अपनी ड्यटी से बढ़कर कुछ नहीं है।डॉ. सुनीता का कहना है कि मुझे इस बात की खुशी है कि मैं ने इस संकट के समय पेशेंट की देखभाल अच्छे से कर सकी। मेरे लिए फर्ज से ज्यादा जरूरी और कुछ नहीं है। हालांकि कोरोना काल में सबसे बड़ी चिनौती पेशेंट की ट्रेसिंग और ट्रैवलिंग हिस्ट्री के अनुसार क्वारेंटीन करना, सैंपलिंग, फील्ड वर्क, स्टेट कोआर्डिनेशन रहीं।