शादी के एक साल बाद ही उजड़ गया सुहाग, पति की शहादत की खबर सुन पत्थर की मूरत बन गई पत्नी
गुरदासपुर (पंजाब). सोचो अगर किसी दुल्हन का शादी के एक साल में ही सुहाग उजड़ जाए तो उसके दिल पर क्या बीतेगी। ऐसी ही एक दुखद घटना घटी है, गुरदासपुर के गांव सिद्धपुर नवां पिंड में। जहां पत्नी लक्की कुमारी का अभी हाथों के चूड़े का रंग अभी फीका भी नहीं हुआ कि उसके पति आर्मी जवान, रंजीत सिंह शहीद हो गया। पति की शहादत को सुन वह सुन्न होकर पत्थर की मूरत बन गई है, उसका रो-रोकर बुरा हाल है। वह बार-बार यही बोल रही है कि मुझसे फोनकर जल्द आने और अपनी एक महीने की बेटे का चेहरा देखने का वादा किया था। लेकिन वो तो हमको छोड़कर चले गए। बता दें कि, मंगलावार को कश्मीर घाटी में बर्फीले तूफान और हिमस्खलन में 4 जवान शहीद हो गए थे, उन्हीं में से एक हैं सिपाही रंजीत सिंह।
बता दें कि शहीद रंजीत सिंह जम्मू-कश्मीर में कुपवाड़ा जिले के माछिल-उरी सेक्टर में तैनात थे। वह साल 2015 में सेना की 221 आरटी यूनिट में भर्ती हुआ था।
शहीद रंजीत सिंह की 26 जनवरी 2019 को पठानकोट के गांव रानीपुर बासा की लक्की कुमारी के साथ शादी हुई थी। वह दोनों अपनी जिंदगी में बहुत खुश थे। रंजीत ने लोहड़ी से एक दिन पहले घर पर फोन कर हालचाल पूछा और अप्रैल के महीने में घर आने का बोला था।
रंजीत सिंह के घर एक महीने पहले यानी दिंसबर में एक 'नन्ही परी' आई थी। लेकिन किस्मत तो देखो रंजीत अपनी इस बेटी का चेहरा देखे बिना ही शहीद हो गए।
जैसे ही पिता हरबंस ने बेटे की शहीद होने की खबर टीवी पर सुनी तो वह सुनते हे बेसुध हो गए। सिपाही के परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। वह सभी बार-बार यही बोल रहे हैं कि एक साल पहले ही तो उसकी शादी हुई थी। वह बहू को अकेला छोड़कर चला गया।
रंजीत की शहादत पर गांव में मातम का माहौल है। हर कोई अपने गांव के छोरे को नम आंखों से सलाम कर रहा है।
शहीद की मां अपने बेटे की फोटो बार-बार देखकर रोती रहती हैं। वह रोते हुए कह रही हैं कि अभी तो उसकी बेटी ने जन्म लिया था और वह अपनी बेटिया को देख बिना ही चला गया।
पिता कह रहे हैं कि रंजीत मुझसे अक्सर कहता था कि पापा आप ड्राइवर का काम छोड़कर आराम करो। लेकिन अब तो वह हमको छोड़कर चला गया। मैं किसको अब रंजीते बुलाऊँगा।