इकलौते बेटे की पार्थिव देह को देखकर मां मधु की करुणामई सिसकिया पत्थरों का कलेजा छलनी कर रही थीं। उसने कांपते हाथों से सेना के अधिकारियों से तिरंगे को लिया। बेबस मां ने शवयात्रा निकलने से पहले बेटे को सेल्यूट करके कहा, शहादत पर गर्व करती हूं, शत शत नमन।