दरअसल, यशपाल वोहरा की चार से पांच दिन पहले अचानक तबीयत बिगड़ी थी। जिसके 15 अप्रैल को वह कोरोना पॉजिटिव पाए गए थे। परिजनों ने बिना देरी किए उन्हें पंचकुला के एक निजी अस्पताल में भर्ती कर दिया था। जिसके बाद 22 अप्रैल को उनकी रिपोर्ट निगेटिव आई थी, परिजन उन्हें अपने घर लेकर चले गए। लेकिन बुधवार को उन्हें सांस लेने में दिक्कत आ रही थी, उन्हें अस्पताल गया, पर उनको नहीं बचाया जा सका।