जालंधर, पंजाब. पहली तस्वीर देश में स्वास्थ्य सेवाओं की शर्मनाक हालत दिखाती है। यह गरीब गर्भवती महिला 4 दिनों तक 2 शहरों के 7 अस्पतालों में भटकती रही, लेकिन किसी भी 'भगवान' का दिल नहीं पसीजा। लिहाजा, पहले बच्चे की गर्भ में मौत हो गई और फिर महिला भी चल बसी। दूसरी तस्वीर दिखाती है कि कैसे लॉकडाउन ने अमीरी-गरीबी के बीच एक बार फिर खाइयां बढ़ा दीं। सिस्टम की खामियां हर जगह देखने को मिलीं। गरीबों की घर वापसी के ठीक से इंतजाम नहीं होने पर यह महिला फूट-फूटकर रो पड़ी। हजारों गरीबों को पैदल घर जाना पड़ा। वहीं, अमीरों और उनके बच्चों के लिए सरकार ने बसों का इंतजाम कराया। बाद में जब श्रमिक स्पेशल ट्रेनें चलाई गईं, तब भी लोगों को परेशानी उठानी पड़ी। आइए देखते हैं सिस्टम की खामियों से परेशान और रोती महिलाओं की कुछ तस्वीरें..