दरअसल, यह घटना भारत-पाकिस्तान अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास अटारी-वाघा सीमा क्रॉसिंग से करीब 20 किलोमीटर दूर की है। जहां BSF के खासा हेडक्वार्टर की मैस में यह सब हुआ। रविवार की सुबह सत्यप्पा ड्यूटी पर तैनात था और उसने गुस्से में आकर अपनी रायफल से गोलियां चलानी शुरू कर दी। गोलियों की आवाज सुनकर अन्य जवानों ने इधर-उधर भागना शुरू कर दिया। इस दौरान करीब 10 से 12 जवानों को गोलियां लगीं। जिसमें से 4 की मौत हो गई और बाकी घायल हो गए।