पटियाला, पंजाब. कोशिश करने वालों की कभी हार नहीं होती! इस महिला ने यही साबित कर दिखाया। पटियाला के एक छोटे से गांव मवी सपां की रहने वालीं शिंदरपाल कौर की कहानी उन सभी लोगों के लिए प्रेरणा का स्त्रोत है, जो बेरोजगारी की समस्या से जूझ रहे हैं। जिन्हें समझ नहीं आ रहा कि क्या काम करना चाहिए? हर काम की शुरुआत करनी पड़ती है। कभी मजदूरी और सिलाई-कढ़ाई करके अपने परिवार का पेट पालने वालीं शिदरपाल आज 30 से ज्यादा महिलाओं के रोजगार का जरिया बन गई हैं। ये महिला कभी दिन में 100-200 रुपए से ज्यादा नहीं कमा पाती थी, आज हर 10 दिनों में 60000 रुपए का मुनाफ कमा रही है। दो बच्चों की मां शिंदरपाल ने यह साबित किया कि अगर आप काम से जी नहीं चुराते,तो कुछ भी संभव है। 4000 रुपए कर्ज से शुरू किया था काम-धंधा...