उज्जैन. 15 अप्रैल, गुरुवार को चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि है। इस दिन कृत्तिका नक्षत्र नक्षत्र शाम 6.27 तक रहेगा। इसके बाद रोहिणी नक्षत्र रहेगा। गुरुवार को पहले कृत्तिका नक्षत्र होने से लुंबक और उसके बाद रोहिणी नक्षत्र होने से उत्पात नाम के 2 अशुभ योग इस दिन बन रहे हैं। बुधवार की रात से चंद्रमा राशि बदलकर मेष से वृष में आ चुका है। इस राशि में पहले से ही राहु स्थित है। चंद्रमा और राहु के एक ही राशि में होने से ग्रहण योग बनेगा। जानिए कैसा बीतेगा आपका दिन…