तमिलनाडु में इस त्योहार को ठीक उसी तरह मनाया जाता है, जैसे कि उत्तर भारत में लोग छोटी दीवाली यानी नरक चतुर्दशी मनाते हैं। ऐसे में यहां मुख्य पर्व दीपावली से एक दिन पहले ही मनाया जाता है। सुबह लोग तेल मिश्रित पानी या फिर पूरा तेल से स्नान करते हैं। इसके बाद लोग पूजा-पाठ करते हैं। दीपक जलाकर भगवान को प्रसाद चढ़ाते हैं। चावल को पीसकर रंग में मिलाकर घर के बाहर रंगोली बनाते हैं। पटाखे जलाते हैं और मिठाई व पकवान खाते हुए एक दूसरे को बधाई देते हैं।