दरअसल, पिछले साल दीयो में तेल डालने, उन्हें जलाने के लिए अलग-अलग टीम बनाई गई थी। सभी 32 घाट पर करीब दो सौ समन्वयकों और 32 पर्यवेक्षकों की टीम थी। इसके अलावा 32 पर्यवेक्षक भी नियुक्त किए गए थे। प्रत्येक वालंटियर को 75 दीये जलाने का लक्ष्य दिया गया था।