सद्दाम को नहीं पता था, उसके पिता कौन हैं
सद्दाम अपने पिता को कभी नहीं जानता था। उनके जन्म से छह महीने पहले ही उनके पिता गायब हो गए थे। सद्दाम ने 20 साल की उम्र में क्रांतिकारी पैन-अरब बाथ पार्टी (Pan Arab Baath Party) में शामिल होने के लिए स्कूल छोड़ दिया था। सद्दाम चाहता था कि गोली मारकर उसकी हत्या की जाए। लेकिन ऐसा नहीं हुआ। कोर्ट ने उसे फांसी देने की सजा सुनाई। 30 दिसंबर 2006 को उसे फांसी पर लटका दिया गया। एक रिपोर्ट के मुताबिक, मौत के बाद सद्दाम हुसैन की बॉडी को छह टुकडों में काटा (Saddam Body Stabbed) गया था।