कहा जाता है कि हिरोशिमा और नागासाकी पर गिराए गए परमाणु बम से जितना रेडिएशन नहीं पैदा हुआ था, उससे कई गुना ज्यादा इसमें पैदा हुआ था। इस रेडिएशन से होने वाले कैंसर से बाद में सोवियत संघ के करीब 5,000 नागरिकों की मौत हो गई थी। लाखों लोगों के स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव पड़ा और कई सालों तक ये जगह लोगों के लिए बंद कर दी गई।