उन्होंने बताया था-पिता मेरे कॉन्टेस्ट में हिस्सा लेने से इतने खुश नहीं थे। किसी को विश्वास नहीं था कि मै फाइनल में भी पहुंच सकती हूं। मैंने अपने पिता से 2 लाख रुपए यह कहकर उधार लिए कि ये पैसे मैं उन्हें वापस भी कर दूंगी। मैं मुंबई आई और पूरी इमानदारी के साथ फाइनल की तैयारियों में जुट गई थी। मेरे पास कॉन्टेस्ट के लिए आउटफिट था, जो मनीष मल्होत्रा ने डिजाइन किया था। मैंने अपने ट्रेनिंग सेशन और अपने खाने के पैसों का भुगतान किया। बाहर का खाना, मुंबई का सफर, टैक्सी का किराया और अकेले रहने की वजह से मेरा खर्चा बढ़ता जा रहा था। दुर्भाग्य से मैं आखिरी दौर तक आई, लेकिन वह कॉन्टेस्ट जीत नहीं पाई।