उज्जैन. धर्म ग्रंथों के अनुसार, प्रत्येक मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को भगवान श्रीगणेश को प्रसन्न करने के लिए संकष्टी चतुर्थी का व्रत किया जाता है। ये तिथि जब मंगलवार को होती है ये अंगारक चतुर्थी (Angarak Chaturthi Januray 2023) कहलाती है। साल 2023 में अंगारक चतुर्थी का पहला संयोग 10 जनवरी को बन रहा है। इस दिन माघ मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी और मंगलवार का संयोग बन रहा है। उज्जैन के ज्योतिषाचार्य पं. मनीष शर्मा के अनुसार मंगलवार का कारक ग्रह मंगल है। इस वजह से अंगारक चतुर्थी पर मंगलदेव की भी पूजा करनी चाहिए। जिन लोगों की कुंडली में मंगल अशुभ स्थिति में हो, उनके लिए ये संयोग बहुत खास रहता है। आगे जानिए मंगल के कुछ उपाय…