Angarak Chaturthi Januray 2023: अंगारक चतुर्थी पर करें ये 5 उपाय, दूर होंगी मंगल से जुड़ी परेशानी

उज्जैन. धर्म ग्रंथों के अनुसार, प्रत्येक मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को भगवान श्रीगणेश को प्रसन्न करने के लिए संकष्टी चतुर्थी का व्रत किया जाता है। ये तिथि जब मंगलवार को होती है ये अंगारक चतुर्थी (Angarak Chaturthi Januray 2023) कहलाती है। साल 2023 में अंगारक चतुर्थी का पहला संयोग 10 जनवरी को बन रहा है। इस दिन माघ मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी और मंगलवार का संयोग बन रहा है। उज्जैन के ज्योतिषाचार्य पं. मनीष शर्मा के अनुसार मंगलवार का कारक ग्रह मंगल है। इस वजह से अंगारक चतुर्थी पर मंगलदेव की भी पूजा करनी चाहिए। जिन लोगों की कुंडली में मंगल अशुभ स्थिति में हो, उनके लिए ये संयोग बहुत खास रहता है। आगे जानिए मंगल के कुछ उपाय…
 

Manish Meharele | Published : Jan 5, 2023 5:43 AM IST / Updated: Jan 05 2023, 11:25 AM IST
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Angarak Chaturthi Januray 2023: अंगारक चतुर्थी पर करें ये 5 उपाय, दूर होंगी मंगल से जुड़ी परेशानी

इन चीजों का दान करें
अंगारक चतुर्थी पर शुभ फल पाने के लिए मंगल ग्रह से संबंधित चीजों का दान करें जैसे- मसूर की दाल, गेहूं, गुड़, माचिस, ताम्बा, सोना, दूध देने वाली गाय, लाल चंदन, मिठाई या भूमि। इस उपाय से कुंडली में मंगल ग्रह की स्थिति मजबूत होती है और जीवन में सुख-समृद्धि बनी रहती है।

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हनुमान मंदिर में झंडा लगवाएं
अंगारक चतुर्थी के मौके पर अपने आस-पास किसी हनुमान मंदिर में लाल रंग का झंडा लगवाएं। यदि झंडा पहले से लगा हो तो मंदिर के पुजारी को ये झंडा दे दें ताकि वो समय आने पर इसे लगा सके। संभव हो तो मंदिर के पुजारी को भी लाल वस्त्र जैसे धोती-कुरता आदि का दान करें।
 

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हनुमानजी को चोला चढ़ाएं
अंगारक चतुर्थी पर हनुमानजी की पूजा का भी विशेष महत्व है। मंगलवार को हनुमानजी का ही दिन माना जाता है। इस दिन हनुमानजी की पूजा करें, सिंदूर और चमेली के तेल से चोला चढ़ाएं। गुड़-चने का भोग लगाएं और हनुमान चालीसा या सुंदर कांड का पाठ करें। इससे भी मंगल ग्रह की शांति संभव है।
 

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मंगल यंत्र की स्थापना करें
मंगल ग्रह की शांति के लिए अंगारक चतुर्थी पर मंगल यंत्र की स्थापना करें। प्रतिदिन इस यंत्र की पूजा करें और मंगल के मंत्रों का जाप करें। जाप के लिए लाल चंदन की माला का उपयोग करें। घर में मंगल यंत्र की स्थापना करने और रोज पूजा करने से आपकी परेशानियां कम हो सकती हैं।

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भात पूजा करवाएं
मंगल से संबंधित दोष दूर करने के लिए भात पूजा एक विशेष उपाय है। इसके लिए किसी योग्य ब्राह्मण से परामर्श करें। वैसे तो पूजा मुख्य रूप से उज्जैन के मंगलनाथ मंदिर में की जाती है, लेकिन आजकल मंगल ग्रह के अन्य मंदिरों में भी ये पूजा करवाई जाने लगी है। इस पूजा से मंगल की शांति होती है और शुभ फल प्राप्त होते हैं।


 

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Disclaimer : इस आर्टिकल में जो भी जानकारी दी गई है, वो ज्योतिषियों, पंचांग, धर्म ग्रंथों और मान्यताओं पर आधारित हैं। इन जानकारियों को आप तक पहुंचाने का हम सिर्फ एक माध्यम हैं। यूजर्स से निवेदन है कि वो इन जानकारियों को सिर्फ सूचना ही मानें। आर्टिकल पर भरोसा करके अगर आप कुछ उपाय या अन्य कोई कार्य करना चाहते हैं तो इसके लिए आप स्वतः जिम्मेदार होंगे। हम इसके लिए उत्तरदायी नहीं होंगे। 

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