Dhanteras 2022 Upay: ये हैं वो 5 यंत्र जो कंगाल को भी बना देते हैं मालामाल, जानें इन्हें कब घर लेकर आएं?

Published : Oct 20, 2022, 09:39 AM ISTUpdated : Oct 20, 2022, 01:57 PM IST

उज्जैन. तंत्र शास्त्र के अनुसार, धनतेरस (Dhanteras 2022 Upay) और दीपावली (Diwali 2022) स्वयंसिद्धि मुहूर्त हैं यानी इन दोनों दिनों में अगर तंत्र-मंत्र से संबंधित कोई भी उपाय किया जाए तो उसका शुभ फल अवश्य प्राप्त होता है। (dhanteras ko kya kharidna chahiye) इस बार धनतेरस 22 अक्टूबर, शनिवार और दीपावली 24 अक्टूबर, सोमवार को है। इन दोनों शुभ दिनों में से किसी भी एक दिन विशेष यंत्र घर में लाकर इनकी विधि-विधान से पूजा की जाए और इन्हें अपने धन स्थान पर रखा जाए तो धन लाभ होने के पूरे-पूरे योग बनते हैं। आगे जानिए इन यंत्रों के बारे में…   

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Dhanteras 2022 Upay: ये हैं वो 5 यंत्र जो कंगाल को भी बना देते हैं मालामाल, जानें इन्हें कब घर लेकर आएं?

कनक का अर्थ है सोना। तंत्र शास्त्र के अनुसार, कनकधारा यंत्र की पूजा से दुनिया का हर सुख पाया जा सकता है। इसे गरीबी दूर करने के लिए यंत्र कहा जाता है। धनतेरस या दीपावली पर इसे घर लाकर पूजा करें और अपने धन स्थान पर रख दें।  मान्यता है कि इस यंत्र के शुभ प्रभाव से व्यक्ति की हर परेशानी दूर हो जाती है और सुख-समृद्धि बनी रहती है।
 

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पैसों के लिए अगर देवी लक्ष्मी के बाद किसी की पूजा की जाती है तो वे हैं भगवान कुबेर। इन्हें धन का रक्षक भी कहा जाता है। इनकी कृपा के बिना किसी मनुष्य को धन प्राप्त नहीं होता। इन्हें प्रसन्न करने के लिए धनतेरस या दीपावली पर कुबेर यंत्र की पूजा कर इसे अपने पूजा स्थान पर स्थापित करें। प्रतिदिन इस यंत्र के दर्शन करें। ऐसा करने से आपको धन लाभ के योग जरूर बनेंगे।
 

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महालक्ष्मी यंत्र भी धन लाभ के लिए बहुत उपयोगी माना जाता है। प्रतिदिन इसकी पूजा से कंगाल भी धनवान बन सकता है। कम समय में ज्यादा धन पाने के लिए इस यंत्र की पूजा की जाती है। कुछ विशेष मंत्रों द्वारा इसे सिद्ध किया जाता है। धनतेरस और दीपावाली इस यंत्र को सिद्ध करने के लिए शुभ दिन माने गए हैं।
 

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मंगल यंत्र मंगल ग्रह से संबंधित है। मंगल ग्रह के शुभ फलों से ही व्यक्ति को अचल संपत्ति यानी मकान, फ्लैट, भूमि, दुकान आदि से फायदा होता है। इस यंत्र की नियमित पूजा से कर्ज से मुक्ति भी मिलती है। अगर आप संपत्ति से जुड़ा कोई काम करते हैं तो आपके लिए ये यंत्र बहुत शुभ फल देने वाला साबित हो सकता है। धनतेरस या दीपावली पर इसे अपने घर जरूर लेकर आएं।
 

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तंत्र शास्त्र में श्रीयंत्र को साक्षात देवी लक्ष्मी का ही स्वरूप माना गया है। इसलिए इसे यंत्रराज भी कहा जाता है यानी यंत्रों का राजा। धनतेरस या दीपावली पर इस यंत्र को घर लाकर इसकी विधि-विधान से पूजा करें और अपने धन स्थान यानी तिजोरी में रख दें। आप देखेंगे कि देवी लक्ष्मी आपके घर में दौड़ी चली जाएगी।


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