उज्जैन. हिंदू धर्म में शकुन-अपशुकन की मान्यता सदियों से चली आ रही है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, ये मान्यता हमारे आस-पास रहने वाले पशु-पक्षियों से भी जुड़ी हुई है। उल्लू से जुड़े भी कई शकुन-अपशकुन व मान्यताएं हमारे समाज में व्याप्त हैं। वैसे तो उल्लू कम ही दिखाई देते हैं। ये आबादी से दूर रहना पसंद करते हैं, लेकिन फिर भी यदि ये दिख जाएं या इनकी आवाज सुनाई दे तो ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, ये हमारे लिए अच्छा शकुन या अपशकुन हो सकता है।