उज्जैन. इस बार 10 जनवरी को माघ मास के कृ्ष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि है। इसे संकष्टी चतुर्थी (Sakat Chauth 2023) कहते हैं। ये साल में आने वाली 4 प्रमुख चतुर्थी तिथियों में से एक है। इसे तिल चतुर्थी भी कहते हैं। सुहागिन महिलाएं इस दिन भगवान श्रीगणेश की पूजा विशेष रूप से करती हैं और शाम को चंद्रमा के उदय होने पर ही अपना व्रत पूर्ण करती हैं। मान्यता है कि ऐसा करने से घर-परिवार में खुशहाली रहती है और पति व पुत्र पर आने वाले संकट टल जाते हैं। उज्जैन के ज्योतिषाचार्य पं. प्रवीण द्विवेदी के अनुसार, इस दिन कुछ विशेष उपाय करने से और भी शुभ फलों की प्राप्ति हो सकती है। आगे जानिए इन उपायों के बारे में…