Published : Jul 27, 2021, 10:36 AM ISTUpdated : Jul 27, 2021, 11:37 AM IST
उज्जैन. हिंदू पंचांग का पांचवां महीना सावन है, जिसका धार्मिक दृष्टि से बड़ा महत्व है। इस माह को भगवान शिव की उपासना के लिए सर्वोत्तम माना जाता है। ज्योतिष शास्त्र में शिवजी की पूजा से सुख-समृद्धि के उपाय बताए गए हैं। राशि अनुसार आराधना करने से अशुभ ग्रहों के नकारात्मक प्रभावों को भी कम किया जा सकता है। आगे जानिए इस उपायों के बारे में…
मेष
इस राशि के लोग लाल चंदन व लाल रंग के फूल भगवान भोलेनाथ को अर्पित करें तो पुण्य फल मिलते हैं। साथ ही नागेश्वराय नम: मंत्र का जाप भी करें।
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वृषभ
परेशानियों से बचने के लिए इस राशि के लोगों को भगवान शिव की पूजा चमेली के फूलों से करनी चाहिए। साथ ही शिव रुद्राष्टक का पाठ भी करना चाहिये।
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मिथुन
इस राशि के लोग भगवान शिव को धतूरा, भांग अर्पित कर सकते हैं। साथ ही पंचाक्षरी मंत्र ॐ नम: शिवाय का जाप भी करें।
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कर्क
इस राशि के लोगों को शिवलिंग का अभिषेक भांग मिश्रित दूध से करना चाहिये। रूद्रष्टाध्यायी का पाठ आपके कष्टों का हरण करने वाला होगा।
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सिंह
इस राशि के लोग शिवजी को कनेर के फूल चढ़ाने चाहिये। इसके साथ ही श्री शिव चालीसा का पाठ भी करना चाहिये।
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कन्या
शिवजी की पूजा में बेलपत्र, धतूरा, भांग आदि सामग्री शिवलिंग पर अर्पित करनी चाहिये। इसके साथ ही पंचाक्षरी मंत्र का जाप आपकी मनोकामनाओं को पूरी कर सकता है।
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तुला
मिश्री युक्त दूध से शिवलिंग का अभिषेक करना चाहिये। साथ ही शिव के सहस्रनामों का जाप करना भी आपकी राशि के अनुसार शुभ फलदायी माना जाता है।
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वृश्चिक
आपको शिवजी की पूजा गुलाब के फूलों व बिल्वपत्र की जड़ से करनी चाहिये। प्रतिदिन रूद्राष्टक का पाठ करने से आपकी राशि के अनुसार सौभाग्यशाली परिणाम मिलने लगते हैं।
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धनु
इस राशि के लोगों को शिवजी की पूजा पीले रंग के फूलों से करनी चाहिये। प्रसाद के रूप में खीर का भोग लगाना चाहिये।
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मकर
धतूरा, भांग, अष्टगंध आदि से भगवान शिव की पूजा आपके लिये जीवन में शांति और समृद्धि लाने वाली रहती है। इसके साथ ही आपको पार्वतीनाथाय नम: का जाप भी करना चाहिये।
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कुंभ
गन्ने के रस से शिवलिंग का अभिषेक करें। साथ ही धन लाभ पाने के लिये शिवाष्टक का पाठ आपको करना चाहिये।
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मीन
पंचामृत, दही, दूध एवं पीले रंग के फूल शिवलिंग पर अर्पित करने चाहिये। घर में सुख समृद्धि व धनधान्य में वृद्धि के लिये पंचाक्षरी मंत्र नम: शिवाय का चंदन की माला से 108 बार जाप करना चाहिये।