उज्जैन. हिंदू पंचांग के अनुसार हर महीने में दो बार त्रयोदशी तिथि आती है। इस तिथि पर भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए व्रत किया जाता है। इस बार 12 दिसंबर, शनिवार होने से शनि प्रदोष का योग बन रहा है। ज्योतिषाचार्य पं. प्रफुल्ल भट्ट के अनुसार, जिन लोगों की कुंडली में इस समय शनि की साढेसाती या ढय्या का प्रभाव है, वे यदि इस दिन शनिदेव को प्रसन्न करने के उपाय करें तो उनकी परेशानियां कुछ कम हो सकती हैं।
इन पर है शनि की साढेसाती और ढय्या
वर्तमान में शनि मकर राशि में है। इस समय धनु, मकर और कुंभ राशि पर शनि का साढ़ेसाती का प्रभाव है। वहीं मिथुन और तुला राशि ढय्या से पीड़ित है। अन्य लोग भी शनि प्रदोष का फायदा उठाकर शनिदेव की कृपा प्राप्त कर सकते हैं। धर्म ग्रंथों के अनुसार इस दिन पवित्र नदी में स्नान कर दान करने का भी विशेष महत्व है। इससे भी शनिदेव प्रसन्न होते हैं।