404 सदस्यों वाली यूपी विधानसभा में खाली हो गई 7 सीटें , 15 दिन में 2 मंत्रियों की हुई कोरोना से मौत

Published : Aug 17, 2020, 10:33 AM ISTUpdated : Aug 17, 2020, 10:42 AM IST

लखनऊ(Uttar Pradesh). उत्तर प्रदेश विधानसभा के कुल 404 सदस्यों में से सात के स्थान रिक्त होने से अब सदन में कुल 397 सदस्य ही रह गए हैं । अहम बात है कि सदस्यों के निधन के कारण रिक्त हुए स्थानों में दो कैबिनेट मंत्रियों की सीटें भी शामिल हैं। दोनों मंत्रियों कमल रानी वरुण और चेतन चौहान का निधन कोरोना वायरस के संक्रमण के कारण दो सप्ताह के भीतर हुआ है। इससे सरकार ने माननीयों को विधानसभा में जाने से पहले कोरोना टेस्ट करवाने को कहा है।

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404 सदस्यों वाली यूपी विधानसभा में खाली हो गई 7 सीटें , 15 दिन में 2 मंत्रियों की हुई कोरोना से मौत


उत्तर प्रदेश विधानसभा में खाली हुई साथ विधानसभा सीटों में से फीरोजाबाद जिले में टूंडला, उन्नाव में बांगरमऊ, रामपुर में स्वार, बुलंदशहर जिले में बुलंदशहर सदर, जौनपुर में मल्हनी, कानपुर नगर में घाटमपुर और अमरोहा में नौगांवा सादात सीट शामिल हैं।

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(एसपी सिंह बघेल)

इनमें टूंडला भाजपा के एसपी बघेल द्वारा त्यागपत्र देने से, जबकि बांगरमऊ व स्वार सीटें कोर्ट के हस्तक्षेप से रिक्त हुईं। इनके अलावा मल्हनी, बुलंदशहर, घाटमपुर व नौगावां सादात निर्वाचित विधायकों के निधन से खाली हुई हैं।
 

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( मंत्री कमला वरुण रानी और चेतन चौहान की हुई कोरोना से मौत ) 

 

सदन में सभी पार्टियों के विधायकों की बात की जाए तो भारतीय जनता पार्टी के 305 सदस्य , समाजवादी पार्टी के 48 सदस्य , बसपा के 18 सदस्य, अपना दल सोनेलाल के 9 सदस्य, भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के 7 सदस्य , सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के 4 सदस्य, राष्ट्रीय लोकदल के 1, निर्बल इंडियन शोषित हमारा आम दल के 1, निर्दलीय सदस्य 3 और नामित सदस्य की संख्या 1 है।
 

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(कुलदीप सिंह सेंगर)

उन्नाव जिले की बांगरमऊ विधानसभा सीट से वर्ष 2017 का चुनाव जीते भाजपा के कुलदीप सिंह सेंगर इस समय जेल में हैं। चुनाव आयोग ने कुलदीप सिंह सेंगर को अयोग्य घोषित कर दिया है। हाल ही में विधान सभा सचिवालय ने सेंगर की विधान सभा सदस्यता खत्म कर दी है। यह सीट 20 दिसंबर, 2019 से रिक्त घोषित की गई है।
 

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(अब्दुल्ला आजम)

रामपुर की स्वार सीट से वर्ष 2017 के चुनाव में सपा के अब्दुल्ला आजम चुनाव जीते थे मगर जन्मतिथि के दो-दो प्रमाण पत्र बनवाने के मामले में फर्जीवाड़ा साबित होने के बाद अब्दुल्ला आजम, उनके पिता आजम खां और मां तजीन फातिमा को सजा सुनाई गई है। अब्दुल्ला की भी सदस्यता खत्म कर दी गई है। यह सीट 16 दिसंबर 2019 से रिक्त घोषित की गई है।
 

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