उसका भरोसा जीतने के लिए ही 2019 से ही उसने अपना नाम सोना रख लिया और रोजे रखने लगी। उधर, शिखा भी अशफाक को प्रेम में बाबू कहने लगी थी। शिखा के रोजे रखने पर ससुराल वालों के अलावा चंदौसी में रहने वाले उसके भाई और माता-पिता ने भी विरोध किया लेकिन किसी को इस बात की भनक नहीं लगी कि शिखा कोई और ही गुल खिला रही है। काल डिटेल व फेसबुक से मिले चैटिंग के आधार पर पुलिस ने पूरे मामले का खुलासा कर दिया। पुलिस ने मामले में तेजी दिखाते हुए शिखा, उसके प्रेमी अशफाक और कर चालक को गिरफ्तार कर लिया है।