आचार्य दिनेश प्रसाद मिश्र ने बताया कि भाद्रपद कृष्ण अष्टमी तिथि का प्रारंभ 11 अगस्त सुबह 9 बजकर 6 मिनट से हो रहा है, जो 12 अगस्त को दिन में 11 बजकर 16 मिनट तक रहेगी। वहीं रोहिणी नक्षत्र का प्रारंभ 13 अगस्त को तड़के 3 बजकर 27 मिनट से हो रहा है और समापन सुबह 5 बजकर 22 मिनट पर होगा। ऐसे में 12 अगस्त को जन्माष्टमी मनाना उचित रहेगा।