Published : Feb 26, 2020, 04:01 PM ISTUpdated : Feb 26, 2020, 04:44 PM IST
रामपुर (Uttar Pradesh). सपा सांसद आजम खान को उनकी पत्नी और बेटे के साथ 2 मार्च के लिए जेल भेज दिया गया। ये कार्रवाई आजम के बेटे अब्दुल्ला आजम खान के फर्जी बर्थ सर्टिफिकेट को लेकर की गई। बीजेपी लघु उद्योग प्रकोष्ठ के क्षेत्रीय संयोजक आकाश सक्सेना ने 3 जनवरी, 2019 को अब्दुल्ला आजम के जन्म के 2 प्रमाणपत्र होने के मामले में केस दर्ज करवाया था। आरोप लगाया था कि चुनाव में नामांकन के समय अब्दुल्ला की आयु 25 साल नहीं थी। उन्होंने फर्जी प्रमाणपत्र बनवाकर विधानसभा का चुनाव लड़ा। उन्होंने सांसद आजम, उनकी पत्नी विधायक तंजीन फातिमा और बेटे अब्दुल्ला को नामजद किया था। मामला सही पाये जाने पर अब्दुल्ला की विधानसभा सदस्यता भी रद्द कर दी गई। आज हम आपको रामपुर की स्वार सीट से सपा विधायक रह चुके अब्दुल्ला आजम के बारे में बताने जा रहे हैं।
विधायक बनने से पहले से अब्दुल्ला राजनीति में एक्टिव थे। वो अक्सर अपने पिता आजम खान के लिए प्रचार करते नजर आते थे।
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साल 2017 में सपा ने उन्हें स्वार सीट से टिकट दिया और उन्होंने जीत भी दर्ज की। लेकिन 2 जन्म प्रमाण पत्र की बात सामने आने के बाद उनकी विधानसभा सदस्यता रद्द कर दी गई।
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अब्दुल्ला राजनीति के अलावा स्टाइल के लिए भी काफी चर्चा में रहते हैं। रामपुर में कई युवा इन्हें कॉपी करते नजर आते हैं।
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अब्दुल्ला ने एमटेक तक की पढ़ाई की है। रामपुर में मौजूद जौहर विश्वविद्यालय के सीईओ के पद तैनात हैं। गौर करने वाली बात ये है कि महज 24 साल की उम्र में ही वो सीइओ बन गए थे।
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अब्दुल्ला जनता के बीच जाकर सपा के विकास कार्यों का प्रचार प्रसार भी करते रहते हैं।
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साल 2014 के लोकसभा चुनाव में जब चुनाव आयोग ने आजम द्वारा चुनाव प्रचार करने पर पाबंदी लगा दी थी तो उस समय अब्दुल्ला ने ही मोर्चा संभाला था।
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उस समय उन्होंने कई रैलियों में भाषण भी दिए थे। जिसे लोगों ने खूब पसंद किया था। बता दें, आजम के दो बेटे हैं बड़े बेटे का नाम अदीब आजम खान है।