डिफेंस एक्सपो में दिखेगा भारत का उभरता हुआ कद, आ रहे हैं 50 से ज्यादा देशों के रक्षामंत्री और आला सैन्य अफसर
लखनऊ (Uttar Pradesh)। पांच फरवरी (कल) से शुरू हो रहे डिफेंस एक्सपो में भारत का उभरता कद दिखेगा। पांच दिन का यह आयोजन कहने को विशुद्ध रूप से हथियारों की खरीद-फरोख्त, प्रदर्शन के लिए है लेकिन, यह भारत के बढ़ते कद पर भी मुहर लगाएगा। खाड़ी समेत दुनिया के तमाम हिस्सों में तनाव के बावजूद डिफेंस एक्सपो में 50 से ज्यादा देशों के रक्षामंत्री और आला सैन्य अफसर अपने देश की सैन्य ताकत, टेक्नोलॉजी का प्रदर्शन करने पहुंच रहे हैं।
Ankur Shukla | Published : Feb 4, 2020 5:30 AM IST / Updated: Feb 05 2020, 02:33 PM IST
डिफेंस एक्सपो में अमेरिका, रूस, इजरायल व फ्रांस सहित दुनिया के 54 देशों की प्रविष्टियां और उनके दलों के आने की पुष्टि हो चुकी है। भारत के साथ खड़ा रहने वाला इजरायल एक्सपो में सबसे बड़ा दल भेज रहा है। उसके 22 सदस्य होंगे। हाल के वर्षो में भारत और इजरायल के बीच रक्षा कारोबार रिकार्ड स्तर पर है।
पारंपरिक मित्र जापान के 16 प्रतिनिधि आ रहे हैं। सऊदी अरब सहित तमाम खाड़ी देशों की मौजूदगी भी भारत के लिए रक्षा संतुलन की दृष्टि से काफी अहम होगी। आतंक और युद्ध से जूझ रहा सीरिया भी संभावनाएं तलाशने के लिए आ रहा है।
रक्षा विशेषज्ञों के अनुसार 2016 से अब तक भारत का निर्यात सात गुना तक बढ़ा है। गत वर्ष चेन्नई में आयोजित एक्सपो से इसे काफी रफ्तार मिली और लखनऊ में इसमें और इजाफा होने के आसार हैं। डिफेंस एक्सपो में 500 संस्थानों और कंपनियों ने पंजीकरण कराया है। एक्सपो स्थल पर 22 हजार 633 वर्ग मीटर की जगह प्रदर्शनी के लिए बुक हो चुकी है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 5 फरवरी की दोपहर एक बजे लखनऊ आएंगे। इस बारे में मंडलायुक्त मुकेश मेश्रम ने खबर की पुष्टि कर दी। डिफेंस एक्सपो में देश के चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) बिपिन रावत भी शामिल होंगे। उनके साथ सेना के तीनों प्रमुख भी होंगे।
रक्षामंत्री राजनाथ सिंह डिफेंस एक्सपो की कमान संभालने के लिए आज आएंगे। शाम को वह इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में एक्सपो के कर्टेन रेजर सेरेमनी में भाग लेंगे और तैयारियों की समीक्षा करेंगे। रक्षा मंत्री होने के साथ ही लखनऊ के सांसद भी है, इस नाते राजनाथ सिंह आयोजन की मॉनीटरिंग कर रहे हैं।
एडीजी लखनऊ जोन एसएन साबत ने कहा कि डिफेंस एक्सपो की सुरक्षा-व्यवस्था में करीब छह हजार पुलिसकर्मी मुस्तैद रहेंगे। हर जोन में कई सेक्टरों में बांटकर एसपी से लेकर एएसपी व अन्य अधिकारियों को अलग-अलग जिम्मेदारी सौंपी गई हैं। खासकर यातायात व्यवस्था को लेकर अतिरिक्त बंदोबस्त किए जा रहे हैं।