एग्जाम देने जा रही बहन के कहने पर भाई ने किया ट्टीट, ढ़ाई घंटे लेट चल रही ट्रेन फुल स्पीड पर दौड़ी

Published : Feb 06, 2021, 01:11 PM ISTUpdated : Feb 06, 2021, 02:10 PM IST

गाजीपुर Uttar Pradesh) । इंडियन रेलवे से जुड़ा एक ट्टीट सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है। इस ट्टीट में एक भाई अपनी बहन के लिए ट्रेन राइट टाइम पर चलाने की गुहार लगाई है, जिसके बाद रेलवे की ओर से ढाई घंटे लेट चल रही ट्रेन को राइट टाइम पर चला दिया गया और छात्रा मऊ से वाराणसी तक समय से सफर कर एग्जाम सेंटर तक पहुंच सकी। इसके बाद संबंधित ट्टीट करने वाले शख्स ने रिप्लाई कर रेलवे का आभार व्यक्त किया है, जिसके बारे में आज हम आपको बता रहे हैं।

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एग्जाम देने जा रही बहन के कहने पर भाई ने किया ट्टीट, ढ़ाई घंटे लेट चल रही ट्रेन फुल स्पीड पर दौड़ी

गाजीपुर जिले की नाजिया तबस्सुम डीएलएड की छात्रा है, जिसका परिवार रेलवे की इस समय तारीफ करते नहीं थक रहा है, क्योंकि वो रेलवे प्रशासन के कारण ही समय से पहुंचकर बुधवार को उसके बैक पेपर की परीक्षा दे सकी थी।
 

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बताते हैं कि नाजिया तबस्सुम का सेंटर वाराणसी के वल्लभ विद्यापीठ बालिका इंटर कालेज में था और दोपहर 12 बजे से परीक्षा होनी थी। जिसके लिए उसने छपरा वाराणसी सिटी एक्सप्रेस (05111) में मऊ से वाराणसी के लिए रिजर्वेशन कराया था। ट्रेन को मऊ जंक्शन पर सुबह 6:25 बजे पहुंचना था, लेकिन वह ढाई घंटे देरी से आई थी।
 

फोटो सोर्स-एएनआई

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ट्रेन के पहले से ही ढाई घंटे लेट होने से घबराई छात्रा ने अपने भाई अनवर से ट्रेन के विलंब से पहुंचने की आशंका जताई। जिससे अनवर ने रेलवे को ट्वीट कर ट्रेन नंबर देते हुए दिक्कत बताई। साथ ही लिखा कि सर, मेरी बहन का बीटीसी (अब डीएलएड)  का पेपर है, लेकिन जिस ट्रेन में उसका रिजर्वेशन है, वो ढाई घंटे देरी से चल रही है। ऐसे में उसका पेपर छूट सकता है।

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भावुक भरे इस ट्टीट को तुरंत संज्ञान लेते हुए रेलवे अफसरों ने ट्रेन की गति बढ़ाकर समय को रिकवर करने के निर्देश दिए। लोको पायलट ने गति बढ़ाकर मऊ से दो घंटे में 11 बजे ट्रेन को वाराणसी स्टेशन पहुंच दिया। जिसके बाद  इस सराहनीय कार्य के लिए छात्रा और उसके भाई ने रेलवे को रिप्लाई कर धन्यवाद किया है।
 

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जिससे नाजिया समय से कालेज पहुंचकर परीक्षा दे सकी। पीआरओ अशोक कुमार ने कहा कि यात्रियों की समस्या का निस्तारण करना रेलवे की प्राथमिकता है। जानकारी होते ही छात्रा की दिक्कत का निस्तारण किया गया।

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