मातम में बदला मुंडन संस्कार, एक घर से निकलीं 7 लोगों की अर्थी, हर किसी ने कहा-भगवान किसी को न दिखाए ऐसा दिन

Published : Nov 18, 2020, 02:36 PM ISTUpdated : Nov 27, 2020, 04:24 PM IST

सिद्धार्थ नगर ( Uttar Pradesh) । रक्सैल गांव के जिस घर में दो दिन पहले तक खुशियां ही खुशियां थी। वहीं, अब चीख-पुकार और हर किसी की आंखों में आंसू है। दरअसल सोमवार को मुंडन कराने बिहार (मैरवा धाम) निकले इस परिवार की गाड़ी घर से 15 किमी दूर पलट गई थी। इस हादसे में कुल सात लोगों की मौत हुई थी, जिनके शव पोस्टमार्टम के बाद घर पहुंचा तो कोहराम मच गया। एक साथ सात अर्थी उठने पर हर किसी ने को यह कहते देखा गया भगवान किसी को न दिखाए ऐसा दिन।  

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मातम में बदला मुंडन संस्कार, एक घर से निकलीं 7 लोगों की अर्थी, हर किसी ने कहा-भगवान किसी को न दिखाए ऐसा दिन

रक्सैल गांव निवासी राजेंद्र के मझले बेटे मनील के दो बच्चों का मुंडन संस्कार मैरवा धाम (बिहार) में होना था। मैरवा जाने के लिए सुबह चार बजे परिवार के दस लोग कार में सवार होकर निकले थे।

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घर से 15 किमी दूर बढ़या गांव के पास कार पुलिया से टकराकर पलट गई थी। टक्कर इतनी भीषण थी कि कार सवार दस लोगों में से छह की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि चार गंभीर रूप से घायल हो गए। जिन्हें गोरखपुर स्थित एक अस्पताल में भर्ती कराया गया था।

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अस्पताल में उपचार के दौरान एक घायल बच्चे की मौत हो गई। इस तरह हादसे में कुल सात लोगों की जान चली गई। हादसे के बाद पूरे क्षेत्र में हाहाकार मच गया।
 

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पुलिस ने शवों को पोस्टमार्टम कराने के बाद घर पहुंचाया। अंतिम संस्कार के लिए जब एक ही घर से सात लोगों की अर्थी निकली तो किसी के आखों का आंसू थम नहीं रहा था।
 

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पीड़ित परिवार को ढांढस बंधाने के दौरान लोगों की आंखें नम हो गईं थी। उन्हें किस तरह सांत्वना दें लोगों को समझ में नहीं आ रहा था। वहीं, सीएम योगी आदित्यनाथ ने भी इस घटना पर गहरा दुःख व्यक्त किया।
 

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